आखिर लालू ने आरएसएस को हिंदू विरोधी संगठन क्यों बताया: 5 प्रमुख बातें
पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के आरक्षण की समीक्षा वाले बयान को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस पर निशाना साधते हुए कहा कि आरएसएस जातिवादी ही नहीं, बल्कि हिंदू विरोधी संगठन है।
5 प्रमुख बातें
1. अगर ये हिंदुओं के सच्चे हितैषी होते तो 90 प्रतिशत पिछड़े, दलित, वंचित, गरीब, उत्पीड़ित हिंदुओं के संविधान प्रदत्त आरक्षण के अधिकार को समाप्त करने की बात नहीं करते।
2. ऐ भागवत और मोदी! क्या गरीब, उत्पीड़ित, उपेक्षित हिंदू नहीं हैं?
3. आरएसएस का एजेंडा साफ है कि 10 प्रतिशत सवर्ण, अभिजात हिंदुओं के हित के लिए 90 प्रतिशत पिछड़े, दलित, गरीब एवं उत्पीड़ित हिंदुओं की हकमारी कर उनका शोषण करो।
4. आरएसएस एक जातिगत संगठन है जो हिंदुत्व और विकास को अपने झूठे एजेंडे की बातकर लोगों को ठगने का काम कर रही है।
5. इस बहुरुपिए से सतर्क रहने की जरूरत है।
SaraJhan News Desk