विदेश मंत्रालय में भारी फेरबदल, पाकिस्तान, चीन, संयुक्त राष्ट्र में नए दूत
नई दिल्ली: सरकार ने विदेश मंत्रालय के शीर्ष स्तर में भारी फेरबदल करते हुए पाकिस्तान, चीन, ब्रिटेन और संयुक्त राष्ट्र में भारत के नए नुमाइंदों की नियुक्ति की है। फिलहाल विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) नवतेज सरना ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त के रूप में रंजन मथाई का स्थान लेंगे।
भूटान में भारत के राजदूत गौतम बम्बावले पाकिस्तान में टीसीए राघवन के स्थान पर देश के नए उच्चायुक्त होंगे। राघवन 31 दिसंबर को रिटायर हो रहे हैं। हालांकि ऐसी संभावना है कि नवतेज सरना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नवंबर के मध्य में होने वाली ब्रिटेन यात्रा के बाद ही वहां पदभार ग्रहण करेंगे।
विदेश मंत्रालय के पूर्व प्रवक्ता, सैयद अकबरूद्दीन संयुक्त राष्ट्र, न्यूयॉर्क में भारत के नए स्थायी प्रतिनिधि होंगे। वह अशोक मुखर्जी का स्थान लेंगे। अकबरूद्दीन फिलहाल एक्सपी डिविजन में संयुक्त सचिव के पद पर है और अक्टूबर में होने वाले भारत-अफ्रीकी सम्मेलन के अतिरिक्त प्रभारी सचिव हैं। जर्मनी में भारत के राजदूत विजय गोखले बीजिंग में अशोक कंठ का स्थान लेंगे।
सचिव (पूर्व) अनिल वाधवा को रोम में भारतीय राजदूत बनाया गया है, जबकि पंकज सरन को मास्को भेजा गया है। सरन वहां पीएस राघवन का स्थान लेंगे। सूत्रों के अनुसार, इनमें से ज्यादातर पदों पर नियुक्ति दिसंबर के अंत से लेकर जनवरी की शुरुआत में होगी।
नई दिल्ली स्थित मंत्रालय में अमर सिन्हा और अमरेंद्र खाटुआ क्रमश: पूर्व और पश्चिम के अगले सचिव होंगे।
सिन्हा फिलहाल अफगानिस्तान में भारत के राजदूत हैं, जबकि खटुआ अर्जेंटीना में भारतीय राजदूत हैं।
बांग्लादेश, श्रीलंका और म्यांमार के पूर्व संयुक्त सचिव प्रभारी तथा फिलहाल बैंकाक में भारतीय राजदूत हर्ष वी. श्रींगला को बांग्लादेश की महत्वपूर्ण नियुक्ति दी गई है।
मैक्सिको में भारतीय राजदूत सुजान चिनॉय को दीपा वाधवा के स्थान पर जापान में राजदूत बनाकर भेजा गया है। हालांकि वाधवा के इस वर्ष दिसंबर तक, जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे की भारत यात्रा तक पद पर बने रहने की संभावना है।
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