‘अमेरिकी कंपनियां स्मार्ट शहर, गंगा स्वच्छता अभियान का हिस्सा बनें’
वाशिंगटन/नई दिल्ली: भारत ने अमेरिकी कंपनियों को भारत की स्मार्ट शहर, गंगा स्वच्छता तथा अन्य परियोजनाओं में हिस्सा लेकर भारत की दीर्घकालिक आर्थिक विकास गाथा का हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया है।
वाशिंगटन में अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) की एक बैठक को संबोधित करते हुए भारत की विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सोमवार को कहा, “भारत की वर्तमान सरकार की कूटनीति व्यापार है। प्रथम दिन से ही वर्तमान सरकार की प्राथमिकता भारत में और भारत के साथ व्यापार को आसान बनाना है।”
व्यापार संघ की इस बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी, वाणिज्य मंत्री पेनी प्रिट्जकर, भारतीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण, बिजली राज्य मंत्री पीयूष गोयल, यूएसआईबीसी चेयरमैन अजय बंगा और यूएसआईबीसी प्रेसीडेंट मुकेश अघी भी शामिल थे।
स्वराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की एक प्राथमिकता भारत की विकास प्राथमिकता पर ध्यान देना और चुनौतियों से मुकाबला करना है, जिसके लिए उच्च आर्थिक विकास दर की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य ध्यान 100 स्मार्ट शहर बनाने, गंगा को स्वच्छ करने, नदियों के किनारे बसे शहरों का विकास करने, 2022 तक 30 करोड़ युवाओं को दक्षता प्रदान करने, सभी को सस्ती बिजली और मकान उपलब्ध कराने तथा डिजिटल भारत बनाने पर है।
ये कार्यक्रम अमेरिकी कंपनियों को भारतीय कंपनियों के साथ साझेदारी करने का बेहतरीन अवसर प्रदान करते हैं।
व्यापार की सुविधा पर स्वराज ने कहा, “हम यह सुनिश्चित कर देना चाहते हैं कि जो रोजगार पैदा करते हैं और हमारे देश का मूल्य बढ़ाते हैं, उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा। सरकार के फैसलों के कारण गत एक साल में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में काफी वृद्धि दर्ज की गई है।”
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