भारत-अमेरिका संबंधों का व्यस्तता भरा समय: सुषमा स्वराज
वाशिंगटन: भारत-अमेरिका संबंधों का व्यस्त समय चल रहा है। यह बात मंगलवार को विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने भारत-अमेरिका रणनीतिक और वाणिज्यिक वार्ता के पहले मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में कही। उन्होंने कहा, “यह भारत-अमेरिका संबंधों का व्यस्त समय है।
संबंधों की ये उपलब्धियां अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व का प्रमाण हैं।”
उन्होंने कहा कि वे मानते हैं कि समृद्ध भारत अमेरिकी उद्योगों और पूंजी के लिए एक बड़ा अवसर प्रस्तुत करता है। स्वराज ने दोनों देशों के बीच सहयोग के क्षेत्रों का उल्लेख किया, जिसमें रक्षा और सुरक्षा, असैन्य परमाणु सहयोग, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य, अंतरिक्ष, ऊर्जा, व्यापार और निवेश शामिल हैं।
अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी ने कहा कि दोनों देशों का आर्थिक संबंध दिन-प्रति-दिन मजबूत हो रहा है।
सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि भारत-अमेरिका सहयोग से दोनों देशों और उनकी जनता को लाभ होगा।
भारत और अमेरिका ने जुलाई 2009 में मंत्री स्तरीय रणनीतिक वार्ता शुरू की थी। इसकी पहली बैठक वाशिंगटन में जून 2010 में हुई थी।
इस साल जनवरी में ओबामा की भारत यात्रा के दौरान दोनों नेताओं ने रणनीतिक वार्ता का का दर्जा बढ़ाकर इसे रणनीतिक और वाणिज्यिक वार्ता का करने का फैसला किया था।
स्वराज भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर रही हैं, जिसमें वाणिज्य मंत्री निर्मला सीतारमण, बिजली, कोयला, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल और विभिन्न मंत्रालयों और विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
केरी के साथ अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से शामिल हैं वाणिज्य मंत्री पेनी प्रिट्जकर और ऊर्जा मंत्री अर्नेस्ट मोनिज।
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