जलाशयों में 16% घटा पानी, किसानों की बढ़ी परेशानी
कमजोर मानसून के कारण देश के प्रमुख 91 जलाशयों में पानी की स्तर औसत से 16 फीसदी नीचे आ गया है। वहीं आने वाले दिनों में जलाशयों में पानी का स्तर और गिर सकता है। ऐसे में कमजोर मानसून की मार झेल रहे किसानों की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। दरअसल खत्म होने के बाद किसान सिंचाई के लिए जलाशयों पर निर्भर रहते हैं। मध्य और उत्तरी भारत के जलाशयों में पर्याप्त पानी है, लेकिन पश्चिमी और दक्षिणी क्षेत्रों के जलाशयों पानी खत्म होता जा रहा है।
उत्तरी भारत से मानसून की वापसी शुरु हो गई है और अगले कुछ दिनों में अन्य क्षेत्रों से भी मानसून की वापसी हो जाएगा। 1 जून से 4 सितंबर तक देशभर में सामान्य के मुकाबले 13 फीसदी कम बारिश हुई है। सबसे कम सामान्य के मुकाबले 22 फीसदी कम बारिश दक्षिण भारत में रिकॉर्ड की गई है। कम बारिश की वजह से जलाशयों में पानी का स्तर तेजी से गिर रहा है। भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के राजस्थान के पश्चिमी भागों से वापस लौटने के लिए कंडीशंस अनुकूल हैं।
इस साल मानसून बहुत अनियमित रहा। जून में सामान्य के मुकाबले 16 फीसदी अधिक बारिश हुई। इसके कारण खरीफ फसलों की अच्छी बुआई हुई। वहीं, जुलाई में 16 फीसदी और अगस्त में 22 कम बारिश रिकॉर्ड की गई। मौसम विभाग के मुताबिक सितंबर में सामान्य के मुकाबले 23 कम बारिश हो सकती है।
देशभर में खरीफ फसलों की बुआई करीब 95 फीसदी पूरा हो चुकी है। किसानों ने अबतक 9.98 करोड़ हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुआई की है। पिछले साल 9.79 हेक्टेयर में खेती हुई थी। विशेष रूप से पूर्वी राज्यों झारखंड और बिहार में कम बारिश हुई है। लेकिन धान की बुआई 1 फीसदी ज्यादा हुई है।