झारखंड स्वच्छ पर्यावरण का मार्ग दिखा सकता है: प्रधानमंत्री मोदी
खूंटी (झारखंड): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि झारखंड दुनिया को स्वच्छ पर्यावरण का रास्ता दिखा सकता है, क्योंकि राज्य कोयले के प्रचुर भंडार के वावजूद बिजली के लिए सौर ऊर्जा अपना रहा है।
मोदी ने खूंटी जिला न्यायालय में यहां सौर परियोजना का उद्घाटन करने के बाद अपने भाषण में कहा, “मैं खूंटी जिले में 180 किलोवाट क्षमता वाली सौर विद्युत परियोजना का उद्घाटन कर खुशी महसूस कर रहा हूं। आज महात्मा गांधी की जयंती है और मैं इस सौर परियोजना का उद्घाटन करने इसलिए यहां आया हूं, क्योंकि गांधीजी हरित एवं स्वच्छ पर्यावरण में विश्वास करते थे।“
खूंटी जिला न्यायालय देश में अपने तरह का पहला परिसर है, जहां अब सौर बिजली का उपयोग होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, “मैंने संयुक्त राष्ट्र की बैठक में हिस्सा लिया, जहां दुनिया भर के नेता पर्यावरण, ग्लोबल वार्मिग और समुद्र के बढ़ते जलस्तर को लेकर चिंतित थे। हमारे पूर्वजों ने पर्यावरण को नुकसान पहुंचाना कभी नहीं सिखाया, बल्कि मानवता के लिए भारत स्वच्छ पर्यावरण हेतु योगदान के लिए तैयार है।“
प्रधानमंत्री ने कहा, “सौर बिजली से खूंटी न्यायालय में न्याय निष्पादन में तेजी आएगी। कुछ वर्ष पहले न्यायाधीशों के एक सम्मेलन में एक न्यायाधीश ने धीमी न्याय निष्पादन प्रणाली के लिए अदालत कक्षों में बिजली के अभाव का जिक्र किया था।“
मोदी ने बिजली बिल घटाने के लिए लोगों से लेड बल्ब के इस्तेमाल की अपील भी की।
मोदी ने महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
मोदी ने अपने भाषण में कहा, “आज हम महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मना रहे हैं। महात्मा गांधी पर्यावरण से बहुत प्रेम करते थे। शास्त्रीजी ने ताशकंद में अंतिम सांस ली थी। मुझे ताशकंद में उनकी एक प्रतिमा का अनावरण करने का अवसर प्राप्त हुआ था। देश 1965 के भारत–पाकिस्तान युद्ध में उनके योगदान को याद करता है। देश ने हाल ही में उस युद्ध का 50वां वर्ष मनाया है।“
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