हार्दिक पटेल राजनीति में आना चाहते हैं: कुछ महत्वपूर्ण बातें
नई दिल्ली: पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) के नेता हार्दिक पटेल ने बुधवार को कहा कि अगर लोग चाहेंगे तो वह राजनीति में शामिल होंगे। पटेल ने हाल ही में अखिल भारतीय पटेल नवनिर्माण सेना (एबीपीएनएस) के गठन का ऐलान किया है।
22 साल के हार्दिक ने गुजरात में पटेलों को आरक्षण देने के लिए आंदोलन छेड़ रखा है। उन्होंने पटेल नवनिर्माण सेना का गठन कुर्मी, मराठा, पाटीदार और गुज्जर समुदाय को एक झंडे के नीचे लाने के लिए किया है।
कुछ महत्वपूर्ण बातें
1. जब समय आएगा तब राजनैतिक कदमों के बारे में सोचा जाएगा। मैं अकेले फैसला नहीं ले सकता। हम सब मिलकर फैसला करेंगे।
2. मेरा मकसद किसानों, मजदूरों, महिलाओं और युवाओं के हितों के लिए काम करना है।
3. अक्टूबर में दिल्ली के रामलीला मैदान में कुर्मियों, पाटीदारों, गुज्जरों और मराठों की रैली होगी। हम अपने कुर्मी भाईयों में जागरूकता पैदा कर इस संगठन से जुड़ने के लिए प्रेरित करेंगे।
4. पीएएसएस गुजरात में पटेलों के आरक्षण के लिए लड़ रही है। एबीपीएनएस एक गैर राजनैतिक संगठन है जिसका मकसद 27 करोड़ कुर्मी, मराठा, पाटीदार और गुज्जरों को एकजुट करना है।
5. अगर जाट समुदाय उनसे संपर्क करेगा तो जाटों को भी संगठन में शामिल करेंगे।
6. बिहार में समर्थन जद-यू को नहीं बल्कि नीतीश कुमार को है क्योंकि नीतीश उनके समुदाय के हैं।
7. आरक्षण का आधार सिर्फ और सिर्फ जाति होनी चाहिए, कुछ और नहीं। मैंने कभी नहीं कहा कि आरक्षण का आधार आर्थिक होना चाहिए।
8. एबीपीएनएस कुर्मी समुदाय को झारखंड, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में आरक्षण दिलाने के लिए लड़ेगी।
सिद्धार्थ दत्ता