भारत बौद्धिक संपदा की रक्षा करेगा: मोदी
न्यूयॉर्क: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वैश्विक नवाचार उद्योग को आश्वस्त करते हुए कहा कि भारत न सिर्फ बौद्धिक संपदा को महत्व देता है, बल्कि इसकी रक्षा भी करेगा।
मोदी ने यहां वाल्डोर्फ टावर्स होटल में उद्योग जगत के शीर्ष प्रतिनिधियों के साथ ‘मीडिया, प्रौद्योगिकी एवं संचार-भारत की विकास गाथा’ पर गोलमेज वार्ता के दौरान कहा कि भारत प्रौद्योगिकी आधारित उद्योगों के विकास के लिए अपने बैंडविड्थ और बुनियादी ढांचे में विस्तार कर रहा है।
मोदी ने न्यू कॉर्प, ट्वेंटीफर्स्ट सेंचुरी फॉक्स, सोनी, डिस्कवरी, टाइम वार्नर, एएंडई और वाइस मीडिया जैसी कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान कहा, “हम बौद्धिक संपत्ति अधिकार (आईपीआर) की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो रचनात्मकता को बढ़ावा देने के लिए जरूरी है।”
उन्होंने कहा, “यह प्रौद्योगिकी का युग है। हमारा समाज प्रौद्योगिकी पर ही आधारित है।”
इससे पहले मोदी ने वित्तीय क्षेत्र के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों के साथ घंटे भर लंबी वार्ता की। इस दौरान उन्होंने वैश्विक निवेश समुदाय को भारत में निवेश करने और अपने ‘मेक इन इंडिया’ अभियान से जुड़ने के लिए आमंत्रित किया।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने बाद में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि इस बैठक से प्रधानमंत्री मोदी को एक अच्छा अवसर मिला है, जिसके जरिये वह कारोबारियों के भारत में कारोबार को लेकर उनके अनुभवों को सुन सकते हैं और यहां निवेश से जुड़ी उनकी चिंताओं के बारे में भी जान सकते हैं।
इस समारोह में वित्तीय क्षेत्र से जुड़े लोगों में जेपी मॉर्गन के जेमी डिमोन, ब्लैकस्टोन के स्टीव स्क्वार्जमैन, वारबर्ग पिंकस के चार्ल्स के, केकेआर के हेनरी क्रेविस, जनरल अटलांटिक के बिल फोर्ड, एआईजी इंश्योरेंस के पीटर हैंकॉक उपस्थित रहे।
इसके अलावा टाइगर ग्लोबल के चेज कोलमैन, एनवाई स्टेट कॉमन रिटायरमेंट फंड के विक्की फुलर भी समारोह में मौजूद थे।
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