चीन-अमेरिका संबंध पर क्या सोचते हैं लोग
बीजिंग: अमेरिका के एक विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के तीसरे वर्ष के विद्यार्थी क्रिस वैंडिफोर्ड से पूछे जाने पर कि क्या चीन और अमेरिका परस्पर विरोधी हैं या मित्र, वह बहुत ही सहजता से जवाब देते हैं।
वैंडिफोर्ड ने जवाब दिया, “मेरा एक भाई है और कभी-कभी हममें लड़ाई-झगड़ा भी होता है, लेकिन हम एक परिवार के सदस्य हैं। कुछ भी हो, हम एकदूसरे को प्रेम करते हैं। मेरे खयाल से हमारे दोनों देशों के साथ भी ऐसा ही है।”
चीन के रेडियो इंटरनेशनल पर मंगलवार को अंग्रेजी में किए गए सीधे प्रसारण के दौरान वैंडिफोर्ड के इस जवाब को काफी सराहना मिली।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को ही चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का अमेरिका दौरा शुरू हुआ और उसी दिन चीन और अमेरिका के पांच-पांच विद्यार्थी चीन और अमेरिका के बीच संबंधों पर चर्चा कर रहे थे।
वैंडिफोर्ड के जवाब को हाल में हुए एक सर्वेक्षण में भी देखा जा सकता है, जिसके अनुसार, अमेरिका के 100 विद्यालयों के विद्यार्थियों में से 46 फीसदी का मानना है कि चीन और अमेरिका एकदूसरे के ‘मित्र और प्रतिद्वंद्वी साथ-साथ हैं’, वहीं 32 फीसदी विद्यार्थियों का मानना है कि दोनों देश एकदूसरे के ‘साझेदार’ हैं।
जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय की छात्रा एलिजाबेथ वुड्स बीजिंग में चीनी भाषा और संस्कृति का अध्ययन कर रही हैं। वह राष्ट्रपति शी को एक विवेकपूर्ण व्यक्ति मानती हैं, क्योंकि उन्होंने हाल ही में सैनिको की संख्या में कटौती की घोषणा की है और सरकारी भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चला रहे हैं।
वुड्स ने कहा, “मैं इन दो बातों के लिए सच में उनका (शी) काफी सम्मान करती हूं।”
गौरतलब है कि शी जिनपिंग ने तीन सितंबर को द्वितीय विश्व युद्ध में जापान पर मिली जीत के उपलक्ष्य में मनाए जाने वाले विजय दिवस की 70वीं बरसी पर सेना में तीन लाख सैनिकों की कटौती की घोषणा की थी।
इसके बावजूद चीन के विशाल रक्षा बजट पर अमेरिकी चिंता जस की तस बनी हुई है। टेंपल विश्वविद्यालय के छात्र जैक जॉनसन चीन के विद्यार्थियों से बेहद चुटिला सवाल पूछते हैं, “जब आपके सामने गरीबों को भोजन देने की समस्या है तो हथियारों पर इतना खर्च कर धन की बर्बादी क्यों की जाए?”
अंतर्राष्ट्रीय राजनीति और पत्रकारिता का अध्ययन कर रहे चीन के छात्र झाओ चोंगरुई ने जवाब दिया, “गरीबों को भोजन की जरूरत है इसका मतलब यह नहीं है कि हम अपनी रक्षा करना बंद कर दें। इन दोनों बातों का एकदूसरे से कोई संबंध नहीं है।”
एक सर्वेक्षण के अनुसार चीन के 400 विद्यार्थियों का मानना है कि अमेरिका को प्रतिबिंबित करने वाले मुख्य शब्द ‘लोकतंत्र’ और ‘महाशक्ति’ हैं, वहीं अमेरिकी विद्यार्थियों का मानना है कि ‘सर्वाधिक जनसंख्या वाला देश’ और ‘उभरती शक्ति’ ये दो शब्द चीन को प्रतिबिंबित करते हैं।
अमेरिका के कई विद्यार्थियों ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अमेरिका यात्रा के दौरान घूमने के लिए कई जगहों के नाम और कुछ विशेष व्यंजनों के बारे में भी सुझाव दिया।
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