भूमि नीति पर वेंकैया नायडू का राहुल पर तीखा प्रहार
नयी दिल्ली: भूमि अधिग्रहण नीति पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए शहरी विकास मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज कहा कि संप्रग सरकार ने अपने शासन के दौरान सामाजिक प्रभाव का अध्ययन किये बिना और चार गुना मुआवजा दिये बिना कई लाख एकड़ जमीन अधिग्रहित की और उसे किसानों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने का कोई नौतिक अधिकार नहीं है।
वेंकैया नायडू ने यहां एक कार्यक्रम से इतर कहा कि प्रधानमंत्री को कांग्रेस उपाध्यक्ष के प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं है जिनकी लोकप्रियता दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
5 प्रमुख बातें
1. जब आप सत्ता में थे तब आपने किसानों की मर्जी के बिना उनकी कई लाख एकड़ जमीन अधिग्रहित की और इसके लिए न तो चार गुना मुआवजा दिया और न ही सामाजिक प्रभावों का मूल्यांकन किया।
2. कांग्रेस उपाध्यक्ष कह रहे हैं कि वह किसानों की एक इंच जमीन नहीं अधिग्रहित करने देंगे।
3. मैं जानना चाहता हूं कि उनके इंच का पैमाना क्या है ? आपने पहले ही कई लाख एकड़ जमीन अधिग्रहित की है। इस संदर्भ में हरियाणा, आंध्रप्रदेश का उदाहरण हमारे समक्ष है।
4. भूमि अधिग्रहण का मुद्दा उस मुहावरे को पूरी तरह से साबित करता है कि ‘सौ चूहे खाकर बिल्ली हज को चली’।
5. कांग्रेस को किसानों के नाम पर घड़ियाली आंसू नहीं बहाने चाहिए और पार्टी को कृषि नीति पर प्रधानमंत्री की आलोचना करने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। जारी
SaraJhan News Desk