अब्दुल कलाम की याद में हस्तलिखित पोस्टकार्ड
नयी दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम के 84वें जन्मदिवस के अवसर पर एक गैर लाभकारी संगठन ने भारत के मिसाइल मैन को हस्तलिखित पोस्टकार्ड के जरिए श्रद्धांजलि देने का एक अनूठा तरीका अपनाया है।
कोच्चि का संगठन लैटरफाम्र्स सभी क्षेत्रों के लोगों को उस परियोजना में भाग लेने के लिए आमंत्रित कर रहा है जिसके तहत वे दिवंगत राष्ट्रपति के बारे में हस्तलिखित पोस्टकार्ड के जरिए अपनी भावनाओं व्यक्त करेंगे। डियरकलामसर मुहिम का मकसद पोस्टकार्डों का एक संकलन तैयार करना है।
लैटरफाम्र्स के जुबी जॉन ने कहा, मुहिम आज शुरू कर दी गई है और हमारा लक्ष्य देश के सभी 30 राज्यों में पहुंचना और वहां से पत्र प्राप्त करना है। यह मुहिम 27 जुलाई 2016 को डा. कलाम की पहली पुण्यतिथि पर समाप्त होगी।
इस मुहिम का लक्ष्य है कि छात्र, कॉरपोरेट जगत के लोग और जानी मानी हस्तियां एक साधारण पोस्टकार्ड में चित्र बनाकर या संदेश या कविता लिखकर डा. कलाम के बारे में अपनी भावनाएं व्यक्त करें।
जॉन ने कहा, हालांकि हम डिजिटल युग में रहते हैं जहां संचार के लिए मुख्यतय: तकनीक का उपयोग किया जाता है लेकिन इसके बावजूद हस्तलिखित पत्र अब भी संचार का सबसे प्रभावशाली जरिया है।
उन्होंने कहा, हम एक बहुत ही व्यक्तिगत तरीके से लोगों की हस्तलेखन ताकत का सहारा लेकर श्रद्धांजलि दे रहे हैं। इसके साथ ही डा. कलाम एकमात्र ऐसे जन नेता है जिनके लिए लोगों द्वारा संचालित ऐसी मुहिम चलाई गई है।
मुहिम का लक्ष्य पहले 84 दिनों में 84,000 पोस्टकार्ड प्राप्त करना है। मुहिम के पहले चरण में करीब 10 लाख छात्रों के भाग लेने की उम्मीद है।
जॉन ने कहा, मुहिम दो चरणों में विभाजित है। पहले चरण में पोस्टकार्डों का संग्रह किया जाएगा। अभी तक 22 राज्यों के छात्रों और कॉरपोरेट जगत के लोगों ने इसमें भाग लेने के लिए हामी भरी है। हमें सभी 30 राज्यों से अच्छी प्रतिक्रिया मिलने की उम्मीद है।
उन्होंने बताया कि दूसरे चरण में सर्वश्रेष्ठ संदेशों और पोस्टकार्डों को प्रदर्शित किया जाएगा।
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