प्रवजन आर्थिक विकास का स्रोत: विश्व बैंक
लीमा: विश्व बैंक ने 2015/2016 के वैश्विक जांच रपट में कहा है कि प्रवजन (माइग्रेशन) मौजूदा समय में वैश्विक अर्थव्यवस्था का स्थाई कारक है और यह विकास का स्रोत बन सकता है।
इस रपट में विश्व बैंक के अध्यक्ष जिम योंग किम ने गुरुवार को कहा कि यूरोप में प्रवासी संकट वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए अच्छा साबित हो सकता है।
यह रपट पेरू की राजधानी लीमा में शुक्रवार से रविवार तक होने वाली विश्व बैंक समूह-अंतर्राष्ट्रीय मौद्रिक कोष की सालाना बैठकों से पहले जारी की गई है।
किम ने रपट जारी होने के बाद कहा, “नीतियों के सही निर्धारण के साथ भौगोलिक बदलाव का यह काल आर्थिक विकास का स्रोत बन सकता है।”
भौगोलिक बदलाव के काल में विकास के लक्ष्य नाम से जारी इस रपट में कई विकसित देशों के विवादित रुख का पता चलता है।
अमेरिका में रिपब्लिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों ने लेबनान के समाचार पत्रों में डेनमार्क सरकार के उन विज्ञापनों की आलचोना की है, जिनमें प्रवासियों को निचले दर्जे का बताया गया है।
किम ने इस दृष्टिकोण का खंडन करते हुए कहा, “यदि बाहुल्य आबादी वाले देश शरणार्थियों और प्रवासियों के लिए मार्ग प्रशस्त कर उन्हें अर्थव्यवस्था में भागीदार बनाएं तो इससे सभी को लाभ होगा। अधिकतर साक्ष्य दर्शाते हैं कि प्रवासी कठोर परिश्रम करेंगे और अधिक कर अदायगी करेंगे।”
विश्व बैंक के विश्लेषण के मुताबिक, इस बयान का मुख्य साक्ष्य विकसित और विकासशील देशों के बीच कामगार आबादी के प्रतिशत के अंतर के आधार पर दिया गया।
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