दिल्ली विश्वविद्यालय, जेएनयू पर चढ़ा चुनावी रंग, 11 सितंबर को होगा मतदान
नयी दिल्ली: राजधानी में स्थिति दो प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय और दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र संघ के चुनाव हेतु नामांकन प्रक्रिया सामाप्त होने के साथ ही सभी उम्मीदवार अपने-अपने एजेंडे के साथ पूरे जोश से प्रचार में जुट गए हैं।
दोनों ही विश्वविद्यालयों के छात्र संघों के पदाधिकारियों के चुनाव हेतु मतदान 11 सितंबर को होना है।
चुनाव की तैयारियों में जुटे दोनों ही विश्वविद्यालयों में अपने-अपने तरीके से प्रचार किया जा रहा है। जेएनयू में उम्मीदवार जहां ‘मशाल जुलूस’ की तैयारियों में जुटे हैं वहीं दिल्ली विश्वविद्यालय :दिविवि: में कॉलेजों में जाकर, पोस्टरों तथा बैनरों की मदद से प्रचार किया जा रहा है।
इन दोनों विश्वविद्यालयों के छात्र संघों के चुनावों पर पिछले कुछ दशक से लोगों की कड़ी नजर रहती है और इसे मुख्यधारा राजनीति तक पहुंचने का रास्ता माना जाता है।
हालांकि दोनों विश्वविद्यालयों में चुनाव का तरीका अलग है। सामान्य चुनाव प्रचार के अलावा जेएनयू में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की तर्ज पर ‘‘प्रेसिडेंशियल डिबेट’’ होता है, जहां उम्मीदवार अपने एजेंडे के पक्ष में भाषण देते हैं और फिर मतदाताओं के सवालों का जवाब देते हैं।
पूरी रात चलने वाले इस कार्यक्रम पर सबकी नजर रहती है और अकसर चुनावी परिणाम तय करने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
नामांकन प्रक्रिया समाप्त होने के साथ दोनों ही विश्वविद्यालयों के पदाधिकारी मतदान कराने की तैयारियों में जुट गए हैं।
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