‘सवश्रेष्ठ खेल प्रशासक’ जगमोहन डालमिया का निधन
कोलकाता: भारत के सर्वश्रेष्ठ खेल प्रशासक माने जाने वाले, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के पूर्व अध्यक्ष तथा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मौजूदा अध्यक्ष जगमोहन डालमिया का 75 वर्ष की अवस्था में रविवार की शाम एक अस्पताल में उपचार के दौरान निधन हो गया।
अस्पताल के सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्हें सीने में दर्द की शिकायत के बाद गुरुवार देर रात बी. एम. बिड़ला अस्पताल में दाखिल किया गया था। उसी दिन से वह आईसीयू में चल रहे थे।
डालमिया के निधन पर शोक व्यक्त करने के लिए सोशल नेटवर्किं ग साइटों पर दिग्गज क्रिकेट खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर और राष्ट्रपति सहित लोगों का तांता उमड़ पड़ा।
आईसीसी ने ट्वीट किया, “बीसीसीआई के अध्यक्ष और आईसीसी के पूर्व अध्यक्ष डालमिया के निधन पर आईसीसी अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता है।”
सचिन ने अपने ट्विटर अकाउंट पर कई ट्वीट किए। उन्होंने लिखा, “डालमिया के परिवार वालों और मित्रों को मेरी हार्दिक संवेदनाएं। उनसे अभी जून में ही मुलाकात हुई थी। उस समय मुझे जरा भी अंदाज नहीं हुआ था कि यह हमारी आखिरी मुलाकात होगी।”
सचिन ने आगे लिखा, “पिछले कई वर्षो से डालमिया से मिला समर्थन और प्रोत्साहन हमेशा याद रहेगा। उन्होंने क्रिकेट के लिए कठिन मेहनत की और सर्वश्रेष्ठ प्रशासक रहे।”
राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ट्वीट किया, “डालमिया के निधन पर मेरी हार्दिक संवेदनाएं।”
बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर ने ट्वीट किया, “भारत के सर्वश्रेष्ठ खेल प्रशासक नहीं रहे, एक युग का समापन हो गया। मेरे और भारतीय क्रिकेट के लिए यह एक निजी क्षति है।”
अनुराग ने बीसीसीआई की ओर से डालमिया के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा, “बीसीसीआई के सभी सदस्योंकी ओर से मैं डालमिया के शोक संतप्त परिवार वालों को संवेदना व्यक्त करता हूं। भारतीय क्रिकेट में पितामह का गौरव हासिल कर चुके दूरद्रष्टा डालमिया ने भारतीय क्रिकेट की उन्नति के लिए कार्य किया। क्रिकेट जगत उन्हें हमेशा याद करेगा।”
शनिवार को उनकी हालत स्थिर थी।
डालमिया का उपचार कर रहे चिकित्सकों ने शनिवार को सुबह बताया था कि बीसीसीआई प्रमुख पर दवाओं का सकारात्मक असर हो रहा है और उनकी हालत स्थिर है। हालांकि चिकित्सकों ने कहा था कि इसके बावजूद उनके स्वास्थ्य पर निरंतर नजर रखी जाएगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी डालमिया के निधन का समाचार सुनकर डालमिया को अपनी अंतिम श्रद्धांजलि देने अस्पताल पहुंचीं।
बनर्जी ने रास्ते में ही ट्वीट कर कहा, “दुखद। जगमोहन डालमिया का निधन हो गया। वह खेल प्रशासकों में सबसे माहिर थे और बंगाल से उन्हें बेहद लगाव था। मैं उन्हें अपनी श्रद्धांजलि देने अस्पताल जा रही हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।”
1997 में बतौर पहले एशियाई आईसीसी अध्यक्ष चुने गए डालमिया ने 10 साल बाद इसी वर्ष मार्च में दूसरी बार बीसीसीआई के अध्यक्ष पद का कार्यभार संभाला था। 2000 में आईसीसी अध्यक्ष पद से हटने के बाद 2001 में वह बीसीसीआई के अध्यक्ष चुन लिए गए।
2004 के विवादित बीसीसीआई चुनाव में डालमिया के नजदीकी रणबीर सिंह महेंद्र अध्यक्ष चुने गए, हालांकि 2005 में शरद पवार के बीसीसीआई की सर्वोच्च कुर्सी पर बैठने के बाद डालमिया को अपने विरोधियों की चाल भी झेलनी पड़ी।
डालमिया को बीसीसीआई से पूरी तरह बाहर कर दिया गया, उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई गई और उनके प्रिय ईडन गरडस को मैचों के आयोजन के अवसर भी कम ही दिए जाने लगे। डालमिया ने हालांकि कानूनी लड़ाई जीतने के बाद 2006 में दोबारा खेल प्रशासक के तौर वापसी की और बंगाल क्रिकेट संघ (सीएबी) के अध्यक्ष चुने गए।
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